अंजुम रहबर
मिलना था इत्तेफाक़ बिछड़ना नसीब थावो इतनी दूर हो गया जितना करीब था मैं उसको देखने को तरसती ही रह…
हिज़्र का ज़ख्म मुहब्बत का शफ़ाख़ाना है,ऐ मेरे दिल तुझे ज़ख्मों में मुस्कुराना है- सोनिया खुरानिया
किस तरह आँख में आँसू उतार देती हो,याद-ए-माज़ी मुझे मुश्किल में डाल देती हो, हर कोई दर्द दिखाने के नहीं…
मर जाती है जब कोई क़ौम कभी अपनी ज़बाँ छोड़ती है – कृष्ण बिहारी ‘नूर’
एक दिन सब को चुकाना है अनासिर का हिसाबज़िन्दगी छोड़ भी दे मौत कहाँ छोड़ती है अपने होने का सुबूत…
Bashir Badr ki shayari, शामिल कीजिए अपनी गुफ़्तगू में बशीर बद्र के 13 बेहतरीन शेर
Bashir Badr ki shayari, बशीर बद्र की शायरी कमाल है। इनकी शायरी की सबसे खास बात है कि यह आसान…
आज़ के सबसे लोकप्रिय शायर है वसीम बरेलवी
वसीम बरेलवी उर्दू अदब का बहुत खूबसूरती से इस्तेमाल करने वाले एक भारतीय उर्दू शायर हैं। बरेली से ताल्लुक रखने…
अगले जमाने में कोई मीर भी था
गालिब उर्दू शायरी का एक कद्दावर शायर माने जाते है , ग़ालिब को उर्दू शायरी में एक आला मक़ाम हासिल…
मीना कुमारी उर्फ महज़बी की दर्द में डूबी शायरी
हर शख्स़ की किस्मत में ईनाम नहीं होता आगाज़ तॊ होता है अंजाम नहीं होताजब मेरी कहानी में वॊ नाम…
मैं लड़खड़ा रहा हूँ तुझे देख-देखकर तूने तो मेरे सामने इक जाम रख दिया
क़तील शिफ़ाई 24 दिसम्बर 1919 (Pakistan) से 11 जुलाई 2001 आओ कोई तफरीह का सामान किया जाए आओ कोई तफरीह…
नाख़ुदा को ख़ुदा कहा है तो फिर डूब जाओ
मेरे दुख की कोई दवा न करोमुझ को मुझ से अभी जुदा न करो नाख़ुदा को ख़ुदा कहा है तो…
इब्तिदा-ऐ-इश्क है रोता है क्या ..abhi to Ishq ki shuruaat hai meer
इब्तिदा-ए-इश्क़ है! [इश्क़ की शुरुआत ] इब्तिदा-ए-इश्क़ है रोता है क्या आगे-आगे देखिये होता है क्या क़ाफ़िले में सुबह के…
उर्दू शायरी के उस्ताद मीर है MEER
गालिब उर्दू शायरी का एक कद्दावर शायर है ,ग़ालिब को उर्दू शायरी में एक आला मकाम हासिल है जो अपने…