हिज़्र का ज़ख्म मुहब्बत का शफ़ाख़ाना है,ऐ मेरे दिल तुझे ज़ख्मों में मुस्कुराना है- सोनिया खुरानिया
किस तरह आँख में आँसू उतार देती हो,याद-ए-माज़ी मुझे मुश्किल में डाल देती हो, हर कोई दर्द दिखाने के नहीं…
Gazals-Lyrics-Kavita-Quotations
किस तरह आँख में आँसू उतार देती हो,याद-ए-माज़ी मुझे मुश्किल में डाल देती हो, हर कोई दर्द दिखाने के नहीं…
एक दिन सब को चुकाना है अनासिर का हिसाबज़िन्दगी छोड़ भी दे मौत कहाँ छोड़ती है अपने होने का सुबूत…
Bashir Badr ki shayari, बशीर बद्र की शायरी कमाल है। इनकी शायरी की सबसे खास बात है कि यह आसान…